यूनानी चिकित्सा पद्धति क्या है ?

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 यूनानी चिकित्सा एक प्राचीन तथा प्रमुख चिकित्सा पद्धति है जो कि यूनानी डाक्टर्स द्वारा प्रचलित की जाती है। यह पद्धति ग्रीक चिकित्सा और यूनानी धार्मिक धाराओं पर आधारित है। यूनानी चिकित्सा में व्यक्ति के शारीरिक, मानसिक और आत्मिक स्वास्थ्य को संतुलित रखने के लिए विभिन्न तरीकों का उपयोग किया जाता है। यहाँ कुछ मुख्य सिद्धांत हैं:

1.धातु सिद्धांत : 

यूनानी चिकित्सा में माना जाता है कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए सात प्रमुख धातुएं होती हैं - सोना, चाँदी, तांबा, पीतल, लोहा, जस्त, और कांसा।

2.चार मिजाज : 

इस पद्धति के अनुसार, हर व्यक्ति के शरीर में चार मिजाज होते हैं - गरम, सर्द, गीला, और खुशक। ये मिजाज विभिन्न शारीरिक और मानसिक लक्षणों के साथ जुड़े होते हैं।

3.दवाइयों का उपयोग : 

यूनानी चिकित्सा में जड़ी बूटियों, औषधियों, मिश्रणों, और आयुर्वेदिक दवाओं का उपयोग किया जाता है शारीरिक स्वास्थ्य को बढ़ाने और रोगों को ठीक करने के लिए।

4.आहार और जीवन शैली : 

यूनानी चिकित्सा में सही आहार और जीवन शैली का महत्व है। यहाँ पर्याप्त नींद, स्वस्थ आहार, और नियमित व्यायाम को अवलंबन किया जाता है।

यूनानी चिकित्सा चिकित्सा की व्यापक परंपरा का हिस्सा है और विभिन्न रोगों के उपचार के लिए इसका उपयोग किया जाता है। यह अक्सर आयुर्वेदिक चिकित्सा के साथ मिलती जुलती है लेकिन यह उत्तर अफ्रीका, तुर्की, यूनान, और अरबी देशों में भी अलग-अलग रूपों में प्रचलित है।

( वैद्य राहुल गुप्ता )

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